नोएडा, नगर संवाददाता: सेक्टर-24 स्थित कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) अस्पताल के बाहर बृहस्पतिवार को 74 वर्षीय बुजुर्ग ने धरना देकर ओपीडी के मरीजों को दवा नहीं मिलने का विरोध किया। अस्पताल से मरीजों को दवाएं उपलब्ध कराने की मांग की, जिससे मरीजों को डिस्पेंसरी का रुख न करना पड़े।
गाजियाबाद निवासी ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्रा अस्पताल की ओपीडी में इलाज के बाद दवा के लिए स्थानीय डिस्पेंसरी पर भेज दिया जाता है, जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। डाक्टर से परामर्श लेने के बाद दवा के लिए दोबारा डिस्पेंसरी में लाइन लगानी पड़ती है। सुबह से शाम तक जिले की अलग-अलग डिस्पेंसरी में दवा लेने के लिए मरीजों की लंबी लाइन लगती है। अधिकतम एक सप्ताह की दवा मिलने के कारण मरीजों या उनके स्वजन को दवा के लिए हर हफ्ते लाइन में लगना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी बुजुर्ग मरीजों को होती है। डिस्पेंसरी में दवाओं की कमी बनी रहती है। मधुमेह, रक्तचाप, एंटीबायोटिक दवाएं तक नहीं मिलती हैं। कई बार अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखकर अस्पताल से दवा उपलब्ध कराने की मांग की, लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने प्रबंधन के इस रवैये से परेशान होकर धरने का फैसला किया। बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक धरना दिया है। इस संबंध में प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखकर शिकायत की है। दवा नहीं मिलने के लिए अस्पताल के निदेशक डा. बलराज भंडार जिम्मेदार है।
ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्रा ने बताया कि जिस वक्त अस्पताल के बाहर धरना दे रहे थे, तो सुरक्षा गार्डो ने उनसे अभद्रता की। बैनर तक को फाड़ने का प्रयास किया गया, जबकि वह शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे थे। सुरक्षा गार्डों ने उनके धरने से मरीजों को परेशानी होने की बात कहकर धक्का मुक्की की।
ओपीडी के मरीजों को अस्पताल से दवाएं मिले, इसके लिए प्रयास जारी है। समस्या को जल्द दूर कर लिया जाएगा। डिस्पेंसरी में सभी दवाएं उपलब्ध है।