प्रधानमंत्री बताएं कि फिनमेकानिका को लेकर क्या ‘गुप्ता सौदा’ हुआः कांग्रेस

नई दिल्ली, नगर संवाददाता: कांग्रेस ने अगस्ता वेस्टलैंड के स्वामित्व वाली कंपनी फिनमेकानिका से खरीद पर लगे प्रतिबंध हटाए जाने की खबरों को लेकर सोमवार को सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि मोदी सरकार एवं फिनमेकानिका के बीच क्या ‘गुप्त सौदा’ हुआ है।

भारत सरकार ने 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की खरीद से जुड़े अनुबंध के कथित उल्लंघन और रिश्वत के आरोपों के चलते फिनमेकानिका की ब्रिटिश इकाई अगस्ता वेस्टलैंड के साथ अनुबंध 2014 में खत्म कर दिया था। भाजपा ने उस वक्त कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सवाल किया था कि क्या उसके नेताओं को 450 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत मिली थी।

अब फिनमेकानिका कंपनी से खरीद पर लगी रोक हटाए जाने की खबर आने के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया है।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘मीडिया के मित्रों ने 2019 के संसदीय चुनावों में मोदी सरकार द्वारा लीक किए गए फर्जी दस्तावेजों को दिखाने व संप्रग के खिलाफ झूठी कहानी बनाने में हजारों घंटे का समय लगाया। क्या मीडिया के यही मित्र अब अगस्ता कंपनी के साथ ष्गुप्त डीलष् पर मोदी सरकार से सवाल करने का साहस करेंगे?’’

उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मोदी सरकार और अगस्ता/फिनमेकेनिका के बीच ष्गुप्त सौदाष् क्या है? क्या अब उस कंपनी से डील करना ठीक है, जिसे मोदी जी और उनकी सरकार ने ष्भ्रष्ट-रिश्वत देने वाली फर्जी कंपनी” बताया था? क्या फर्जी भ्रष्टाचार के नकली दलदल को दफन किया जा रहा है? मौकाजीवी मोदी जी, देश जवाब मांग रहा है!’’

कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने इस विषय पर दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी के हालिया इटली दौरे के समय एक ‘गुप्त बैठक’ हुई थी, जिसके बाद फिनमेकानिका से खरीद संबंधी प्रतिबंध हटाया गया।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले दिनों जी-20 की बैठक के लिए मोदी जी इटली गए और अपने इटली के समकक्ष से मिले। उस बैठक में इस कंपनी के बारे में चर्चा हुई। ये मैं नहीं कह रहा, ये भारत में इटली के राजदूत के कथन हैं। उस बैठक में देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और विदेश मंत्री भी मौजूद थे। उस गुप्त बैठक में क्या हुआ, हमें नहीं पता। पर जैसे ही मोदी जी दिल्ली आए, उस कंपनी से खरीद संबंधी प्रतिबंध हटा दिया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने (संप्रग सरकार) तो जांच करवाई थी। हमने तो 1,620 करोड़ रुपये के एवज में इस कंपनी से 2,954 करोड़ रुपए ले लिये, गारंटी के तहत और तीन हेलिकॉप्टर उनके रखे। जैसे ही हमें पता लगा कि ये कंपनी भ्रष्ट गतिविधि में लिप्त है, हमने ये किया। पर आपने क्या किया दृ आपने गुप्त बैठक की।’’

वल्लभ ने सवाल किया, ‘‘प्रधानमंत्री जी ये बताएंगे कि वो गुप्त सौदा क्या हुआ है? क्या प्रतिबंध हटने के बाद ये कंपनी अब भ्रष्ट रही या नहीं रही? क्या मोदी जी आप देश से माफी मागेंगे कि आपने पहले झूठ बोला था कि ये कंपनी भ्रष्टाचार में शामिल है? क्या इस कंपनी को क्लीन चिट मिल गई है?’’

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