नई दिल्ली, नगर संवाददाता: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी के सहयोगी दल के रूप में कांग्रेस की उपयोगिता पर रविवार को सवाल उठाया। साथ ही, उन्होंने हैरानी जताई कि क्या राजद को विधानसभा उपचुनाव में एक सीट कांग्रेस लिये छोड़ देनी चाहिए, ताकि वह वहां अपनी जमानत जब्त करा ले।
यह पूछे जाने पर कि क्या विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में राजद द्वारा कांग्रेस को एक सीट नहीं दिये जाने को एक तरह से गठबंधन में टूट के तौर पर देखा जाए, इस पर लालू ने कहा, “क्या होता है कांग्रेस का गठबंधन?”
उन्होंने कहा, “क्या हमें एक सीट (कांग्रेस को) हारने के लिए देनी चाहिए? ताकि वह अपनी जमानत भी जब्त करा ले?”
उन्होंने कांग्रेस नेता भक्त चरण दास का भी उपहास किया जो पार्टी के बिहार प्रभारी हैं और राजद पर निशाना साधते रहे हैं। दास ने हाल ही में कहा था कि कांग्रेस अब राज्य में राजद के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा नहीं है।
राजद प्रमुख, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से छुट्टी मिलने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में इलाज करा रहे थे और वह लंबे वक्त बाद बिहार लौटेंगे। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनावों में राजद के लिए प्रचार करने पर फैसला डॉक्टरों से सलाह लेने के बाद लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कुशेश्वर स्थान से अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारने के राजद के फैसले ने कांग्रेस को नाराज कर दिया है। कांग्रेस ने 2020 में इस सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था।
विधानसभा चुनावों में राजद के अच्छे प्रदर्शन की तुलना में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन ने लालू की पार्टी के नेताओं के एक वर्ग को गठबंधन में राष्ट्रीय पार्टी (कांग्रेस) की भूमिका पर सवाल उठाने का मौका दे दिया है।
राजद का मानना है कि कांग्रेस को उसकी वास्तविक क्षमता से ज्यादा संख्या में सीटें दे दी गई थी।