नई दिल्ली, नगर संवाददाता: भारतीय नौसेना का पहला प्रशिक्षण बेड़ा रविवार से श्रीलंका के चार दिवसीय दौरे पर है, जिसमें छह जहाज शामिल हैं। इसका उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र में विभिन्न देशों के सामाजिक-राजनीतिक और समुद्री पहलुओं से युवा अधिकारियों और प्रशिक्षु अधिकारियों को अवगत कराना है। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि भारतीय नौसेना के पांच जहाज – सुजाता, मगर, शार्दुल, सुदर्शनी और तरंगिनी – और एक भारतीय तटरक्षक जहाज विक्रम, ‘‘100वें और 101वें एकीकृत अधिकारी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (आईओटीसी) की विदेश में तैनाती’’ के एक हिस्से के तौर पर श्रीलंका पहुंच गए हैं।
उन्होंने कहा कि यह तैनाती युवा अधिकारियों और प्रशिक्षु अधिकारियों को हिंद महासागर क्षेत्र के विभिन्न देशों के सामाजिक-राजनीतिक और समुद्री पहलुओं से परिचित कराएगी। अधिकारियों ने कहा कि ये अधिकारी बंदरगाहों से परिचित होंगे और अन्य देशों के साथ मित्रता के संबंधों को बढ़ावा देंगे।
इस तैनाती के दौरान, मगर और शार्दुल 101वें आईओटीसी के प्रशिक्षुओं के साथ कोलंबो बंदरगाह जाएंगे, जबकि सुजाता, सुदर्शनी, तरंगिनी और विक्रम 100वें आईओटीसी के प्रशिक्षुओं के साथ त्रिंकोमाली जाएंगे।
अधिकारियों ने कहा कि चार दिनों के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच विभिन्न प्रशिक्षण गतिविधियां आयोजित करने की योजना है, जिसका उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच तालमेल को बढ़ाना है।
उन्होंने कहा कि जहाज दक्षिणी नौसेना कमान (एसएनसी) का हिस्सा हैं, जो भारतीय नौसेना का प्रशिक्षण कमान है और इसका नेतृत्व वाइस एडमिरल ए के चावला कर रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि भारतीय नौसेना चार दशकों से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दे रही है।