नई दिल्ली, नगर संवाददाता : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और सांसद मनोज तिवारी ने सोमवार को दिल्ली सरकार के छठ मनाने पर रोक लगाने के फैसले पर निशाना साधा है। दोनों नेताओं ने एक संयुक्त प्रेसवार्ता में कहा कि दिल्ली सरकार पूर्वांचल विरोधी सरकार है। आज पूरी दिल्ली खुली हुई है। दुकानें, बाजार, सिनेमाहाल, यहां तक कि स्विमिंग पूल भी खुल चुके हैं तो छठ मनाने पर रोक लगाने का क्या मतलब है।
सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार अपने इस फैसले को वापस नहीं लेती तो भाजपा मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर पूर्वांचलवासियों के साथ मिलकर प्रचंड विरोध प्रदर्शन करेगी। वहीं प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने हर बार की तरह इस बार फिर से पूर्वांचलवासियों का अपमान किया है। दिल्ली में लाखों की संख्या में पूर्वांचलवासी रहते हैं और छठ महापर्व को श्रद्धा, विश्वास, आस्था के साथ मनाते हैं, लेकिन शायद यह बात दिल्ली सरकार को रास नहीं आ रही है। इसलिए आम आदमी पार्टी पूर्वांचल के लोगों की भावना को ठेस पहुंचाने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है।
सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि छठ की महत्ता और उस पर विश्वास को समझते हुए मैं मानता हूं कि छठ पूजा को मनाना दिल्ली में रहने वाले 80 लाख पूर्वांचलियों के लिए संजीवनी के समान है। छठ आस्था का विषय है, इसमें राजनीति आनी ही नहीं चाहिए। इसलिए हम राजनीति से हटकर सभी छठ समितियों से मिल रहे हैं, उनकी तैयारी को समझने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली सरकार का फैसला हैरान करने वाला है। तिवारी ने दिल्ली सरकार को संस्कृति विरोधी सरकार बताते हुए कहा कि स्विमिंग पूल तक शुरू कर दिए गए हैं, जबकि भाजपा स्विमिंग पूल खोलने के पक्ष में बिल्कुल नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी यह मानता है कि आंख, नाक और मुंह से कोरोना का विस्तार होता है, जबकि छठ महापर्व में नहाने का कोई प्रावधान नहीं है।