आगरा, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता : सात माह पहले एसपी क्राइम आफिस से चोरी हुई फाइल का सच जानने के लिए पुलिसकर्मियों का पालीग्राफ टेस्ट होगा। मामले में शाहगंज थाने में अज्ञात चोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। तब से ही जांच चल रही है। मगर, अभी तक गुत्थी नहीं सुलझ पाई है। अब एसएसपी ने पालीग्राफ टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं।
अछनेरा थाने में तैनात रहीं एसआइ सीमा रावल का एक आडियो दिसंबर 2020 में वायरल हुआ था। इसमें वे एक मुकदमे की विवेचना में किसी पक्ष को लाभ पहुंचाने के लिए रुपये के लेनदेन की बात कर रही थीं। तत्कालीन एसएसपी बबलू कुमार ने मामले की जांच कराई। इसमें एसआइ ने लेनदेन की बात को स्वीकार किया। जांच में अछनेरा थाने के प्रभारी रहे इंस्पेक्टर भोलू राम भाटी को भी कठघरे में खड़ा किया था। प्रारंभिक जांच में एक आइपीएस अधिकारी ने दोनों को दोषी पाया था। दोनों के खिलाफ विभागीय जांच की संस्तुति की गई थी। इसके बाद विभागीय जांच एसपी क्राइम को दी गई थी। एक मार्च 2021 की रात जांच पत्रावली एसपी क्राइम आफिस से चोरी हो गई थी।
एसएसपी मुनिराज ने शुक्रवार को विवेचक शाहगंज थाने में तैनात एसएसआइ जितेंद्र गौतम को तलब कर अब तक की विवेचना की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि लखनऊ विधि विज्ञान प्रयोगशाला पत्र भेजकर पुलिसकर्मियों के पालीग्राफ टेस्ट कराने के लिए समय मांगा गया है। चार पुलिसकर्मी कठघरे में हैं। पूर्व में एसपी क्राइम कार्यालय में तैनात दो पुलिसकर्मियों से पूछताछ की गई थी। कोई नतीजा नहीं निकला। फाइल चोरी होने से सीधा लाभ जिन्हें होगा, उन्हें भी शक के घेरे में रखा गया है। विवेचक को जल्द विवेचना निस्तारण को निर्देशित किया है।