सबसे अत्याधुनिक मिसाइल अग्नि प्राइम का सफल परीक्षण
नई दिल्ली, नगर संवाददाता: भारत एक के बाद एक कई मिसाइलों का सफल परीक्षण कर देश के मिसाइल जखीरे एवं नौसेना की ताकत में बड़ा इजाफा कर रहा है। अब आज (28 जून) को ओडिशा में अग्नि सीरीज की सबसे अत्याधुनिक अग्नि प्राइम मिसाइल का परीक्षण किया गया। रक्षा क्षेत्र में इस मिसाइल का परीक्षण मील का पत्थर साबित होगा। डीआरडीओ द्वारा विकसित अग्नि-प्राइम का सफल परीक्षण बताया गया है कि, ओडिशा के चांदीपुर तट पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित अग्नि श्रृंखला की एक नई मिसाइल अग्नि.प्राइम का आज सुबह 10 बजकर 55 मिनट पर सफल परीक्षण किया गया। डीआरडीओ ने अत्याधुनिक अग्नि प्राइम को 4000 किलोमीटर की रेंज वाली अग्नि 4 तथा 5000 किलोमीटर की रेंज वाली अग्नि 5 मिसाइल में इस्तेमाल होने वाली अत्याधुनिक तकनीकों को मिलाकर इस मिसाइल को बनाया गया है।
सूत्र के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, नई परमाणु.सक्षम मिसाइल पूरी तरह से कंपोजिट मैटेरियल से बनी है और यह परीक्षण बिल्कुल प्लान के मुताबिक हुआ। कहीं कोई दिक्कत नहीं आई, अग्नि प्राइम को मोबाइल लॉन्च से भी फायर कर सकेंगे। डीआरडीओ के अधिकारियों ने कहा, ‘पूर्वी तट के किनारे स्थित टेलीमेट्री और रडार स्टेशनों ने मिसाइल पर नज़र रखी और निगरानी की, पूरा लॉन्च प्लान के अनुसार हुआ। सटीकता के साथ सभी मिशन पूरे किए।’
अग्नि-प्राइम मिसाइल के बारे में अहम जानकारियां:
यह मिसाइल 1000 से 1500 किलोमीटर तक मारक क्षमता रखती है।
2 स्टेज और सॉलि़ड फ्यूल पर आधारित अग्नि प्राइम मिसाइल को एडवांस रिंग लेजर गैरोंस्कोप पर आधारित नेविगेशन सिस्टम द्वारा निर्देशित किया जाता है।
इसका गाइडेड सिस्टम इलेक्ट्रो मैकेनिकल एक्यूटर से लैस है।
सिंगल स्टेज वाले अग्नि 1 के विपरीत डबल स्टेज वाले अग्नि प्राइम को सड़क और मोबाइल लॉन्चर दोनों से दागा जा सकता है।
अग्नि प्राइम अत्याधुनिक तकनीक के प्रयोग के कारण यह कम वजन वाली मिसाइल है।
मिसाइल की मारक क्षमता पहले वाली मिसाइलों से अधिक है।
भारत ने 1989 में पहली बार मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि 1 का परीक्षण किया था।
भारत पिछले 3 दशकों के दौरान अग्नि रेंज की पांच मिसाइल विकसित कर चुका है।