एयरपोर्ट के लिए भूमि देने पर कुरैब गांव के किसान राजी

ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए कुरैब गांव के किसानों ने जमीन देने पर सहमति दे दी है। एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए कुछ और जमीन की जरूरत पड़ रही है। यमुना प्राधिकरण जमीन को किसानों से सहमति के आधार पर क्रय कर नागरिक उड्डयन विभाग को देगा। किसानों को भूमि अधिग्रहण कानून के तहत मिलने वाले सभी लाभ मिलेंगे।

बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए छह गांव रोही, परोही, बनबारीवास, दयानतपुर, किशोरपुर व रन्हेरा गांव की 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की गई है। भूमि अधिग्रहण कानून के तहत यह जमीन ली गई है, लेकिन एयरपोर्ट के रनवे में कुरैब गांव की जमीन का कुछ हिस्सा भी आ रहा है। इसलिए प्राधिकरण कुरैब गांव की करीब 17 हेक्टेयर जमीन खरीद रहा है। इसके लिए ग्रामीण प्राधिकरण को सहमति भी दे चुके हैं।

जमीन के एवज में किसानों को अधिग्रहण कानून के तहत मिलने वाले मुआवजे के बराबर राशि व नौकरी समेत अन्य लाभ मिलेंगे। एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए मास्टर प्लान, टर्मिनल बिल्डिग का डिजाइन आदि तैयार हो चुका है। मास्टर प्लान को यमुना प्राधिकरण व नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड बोर्ड से स्वीकृति मिलते ही निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। कुरैब गांव की काफी जमीन एयरपोर्ट के दूसरे चरण में भी आ रही है।

दूसरे चरण में कुरैब के अलावा चकबीरमपुर, रन्हेरा, करौली बांगर, दयानतपुर, मुढरह गांव की 1365 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत होनी है। इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सामाजिक समाघात रिपोर्ट तैयार कराने के लिए शासन ने गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों की टीम गठित कर दी है। पहले चरण में एयरपोर्ट पर दो रनवे बनाए जाएंगे। दूसरे चरण में एक रनवे व मेंटीनेंस, ओवरहालिग व रिपेयर एमआरओ की गतिविधियां होंगी। वर्जन.. एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए कुरैब गांव की कुछ जमीन किसानों से सहमति के आधार पर खरीदी जा रही है। किसानों ने इसके लिए सहमति दे दी है।

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