नई दिल्ली, नगर संवाददाता: आर्थिक अपराध शाखा ने धोखाधड़ी के आरोप में सेवानिवृत्त नेवी अधिकारी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर आरोप हैं कि एक महिला की फर्जी वसीयत तैयार कर 27 करोड़ रुपये की संपत्ति बेचने की कोशिश की गई और इसके एवज में 1.40 करोड़ रुपये का बयाना भी ले लिया। पुलिस ने जांच के बाद केस दर्ज कर दीपक सरीन और पवन सरीन को गिरफ्तार किया है। पवन नेवी से सेवानिवृत्त हैं।
एक व्यक्ति ने आर्थिक अपराध शाखा में केस दर्ज कराया था कि डिप्लोमेटिक एंक्लेव स्थित एक संपत्ति खरीदने के लिए सितंबर 2013 में उन्होंने प्रेम कंपनी नाम की एक महिला के साथ करार किया था। 27 करोड़ रुपये की संपत्ति के लिए 2.7 करोड़ रुपये बयाना दिया गया था।
इस संपत्ति को लीज होल्ड से फ्री होल्ड कराया जाना था और इसके बाद रजिस्टरी होती। शिकायत के मुताबिक अभी फ्री होल्ड कराने की प्रक्रिया चल ही रही थी कि जनवरी 2014 में प्रेम कंपनी की मृत्यु हो गई। इसके कुछ समय बाद दीपक सरीन और पवन सरीन ने संपर्क किया और एक वसीयत दी। उसके तहत वे दोनों प्रेम कंपनी की संपत्ति के कानूनी वारिस हैं।
इसके बाद उन्होंने एक करोड़ 40 लाख रुपये ले लिए, लेकिन संपत्ति की रजिस्टरी के लिए टाल-मटोल करते रहे। मामला जांच के लिए पुलिस के पास पहुंचा। इसके बाद प्रेम कंपनी द्वारा की गई वसीयत को जांच के लिए लैब भेजा गया। जहां से पता चला कि प्रेम कंपनी के फर्जी हस्ताक्षर कर वसीयत तैयार की गई है।