नई दिल्ली, नगर संवाददाता: केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में शुक्रवार को किसानों की ओर से आहूत भारत बंद का दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) बसों के संचालन पर कोई असर नहीं दिखा। किसान-आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर भारत बंद के आह्वान के बावजूद पूरी क्षमता के साथ बसें संचालित हुई।
डीटीसी अधिकारियों ने बताया कि 12 घंटे के राष्ट्रव्यापी बंद के मद्देनजर बसों के बेड़े को कम नहीं किया गया। एक अधिकारी ने पुष्टि की, शुक्रवार को डीटीसी बसें पूरी क्षमता के साथ चालू रहेंगी। हमने भारत बंद के कारण बसों को कम नहीं किया है और सभी रूटों पर बसों का संचालन होगा। किसान संघों का निकाय – संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया है, जो तीन विवादास्पद केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहा है। सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटे का बंद दिल्ली की तीन सीमाओं – सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन के चार महीने पूरे होने का प्रतीक स्वरूप है।
गौरतलब है कि 26 नवंबर, 2020 से हजारों किसान दिल्ली से सटी सीमाओं पर डेरा जमाए हुए हैं। इनमें से अधिकांश किसान पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं जो कृषि कानूनों को रद्द करने और अपनी उपज का एमएसपी सुनिश्चित करने की मांग कर रहे हैं। किसानों ने यह भी घोषणा की है कि वे रविवार को होलिका दहन के दौरान नए कानूनों की प्रतियां जलाएंगे।