नई दिल्ली, नगर संवाददाता: पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर में बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। चालक की लापरवाही से पांच साल की मासूम बच्ची अपनी मां के साथ तेज रफ्तार ई-रिक्शा से गिर गई। ई-रिक्शा का पिछला पहिया बच्ची शकीना के सिर पर चढ़ने से उसकी मौत हो गई। वहीं, बच्ची की मां रोशनी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई है। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी चालक भोपाल आर्या को गिरफ्तार कर लिया है।
शकीना परिवार के साथ गाजीपुर डेयरी फार्म के गली नंबर-सात में रहती थी। परिवार में पिता सलाउद्दीन, मां रोशनी, दो बड़े भाई अरमान व एक अन्य और एक बड़ी बहन साईन हैं। परिवार मूल रूप से बिहार के कटिहार जिले स्थित माधोपुर गांव का रहने वाला है। सलाउद्दीन बिरयानी की ठेली लगाते हैं। सलाउद्दीन ने बताया कि उनकी बेटी साईन और शकीना का बैंक में खाता खुलवाना था। सोमवार को उनकी पत्नी रोशनी रोशनी बेटे अरमान व दोनों बेटियों के साथ कल्याणपुरी में बैंक गई थी। घर लौटते वक्त कल्याणपुरी जलेबी चैक से रोशनी ने घर के लिए ई-रिक्शा बुक किया। रोशनी बेटे और बेटियों के साथ ई-रिक्शा में बैठ गई। चालक लापरवाही से तेज गति से ई-रिक्शे को चला रहा था। इस पर रोशनी ने उसे ठीक से चलाने को कहा, मगर वह नहीं माना। इसी बीच जब वे गाजीपुर डेयरी फार्म में शराब की दुकान से आगे बढ़े, तभी तेज रफ्तार के चलते गड्ढे से ई-रिक्शा उछल गया और रोशनी व शकीना नीचे गिर गईं। ई-रिक्शा का पिछला पहिया शकीना के सिर पर चढ़ गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। आसपास के लोगों ने उसी ई-रिक्शा में बैठाकर उन्हें लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने शकीना को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी चालक भोपाल आर्या को गिरफ्तार कर लिया।
सलाउद्दीन ने बताया कि शकीना भाई-बहन में सबसे छोटी थी। उससे परिवार के सभी लोग बहुत प्यार करते थे। वह उनसे कहती थी कि आप लोग नहीं पढ़े-लिखे, लेकिन मैं पढ़-लिखकर आप लोगों का सपना पूरा करूंगी। शकीना की मौत से परिवार के लोग सदमे में हैं।