गाजियाबाद, नगर संवाददाता: उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) सदर देवेंद्र पाल सिंह ने सोमवार को तहसील सदर के विभिन्न पटलों का निरीक्षण किया। इस दौरान कार्य में लेटलतीफी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्ती करते हुए उन्होंने एक राजस्व निरीक्षक (कार्यालय) का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। नाजिर को कारण बताओ नोटिस जारी किया और एक राजस्व लिपिक को कठोर चेतावनी दी है।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने देखा कि भूलेख अनुभाग के रजिस्टर में न तो हस्ताक्षर के नीचे दिनांक अंकित की जाती है न ही वाद पत्रावली में पारित आदेश को रजिस्टर में समय पर दर्ज किया जाता है। इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने राजस्व निरीक्षक (कार्यालय) ओमपाल सिंह का एक दिन का वेतन काटा। नजारत पटल पर आरटीआइ से संबंधित जानकारी दर्ज करने में एक सप्ताह तक की देरी किए जाने पर नायब नाजिर को कारण बताओ नोटिस जारी कराने करने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह जनहित गारंटी अधिनियम के अंतर्गत किए जाने वाले आय, जाति, निवास एवं हैसियत संबंधी प्रमाण पत्रों के आवेदन का निस्तारण समय से न किए जाने पर राजस्व लिपिक अंकित मलिक को कठोर चेतावनी देते हुए तहसीलदार सदर को समस्त आवेदनों का समय पर निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं। तहसीलदार के न्यायालय में सबसे पुराने वादों की समीक्षा की गई। पुराने वादों का गुणदोष के आधार पर जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं। महिला हेल्प डेस्क का निरीक्षण करने के दौरान उन्होंने शिकायत पेटिका को खुलवाकर देखा तो उसमें एक भी शिकायत नहीं मिली। महिला हेल्प डेस्क का प्रचार प्रसार कराने के निर्देश देने के साथ ही नायब तहसीलदार को महिला हेल्प डेस्क का नोडल अधिकारी नामित किया है।