नई दिल्ली, नगर संवाददाता: फेसबुक ने अपने मंच पर बाल उत्पीड़न से जुड़ी सामग्री के खिलाफ प्रयासों को मजबूत करते हुए अपने नियम कड़े कर दिए हैं तथा संबंधित चीजों का पता लगाने की क्षमता में सुधार के साथ ही संबंधित सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए अपने टूल को अद्यतन किया है। इस सोशल मीडिया मंच ने अपने प्लेटफॉर्म पर बाल यौन उत्पीड़न संबंधी सामग्री के प्रसार के प्रति ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ की नीति की वकालत करते हुए कहा कि बच्चों को नुकसान पहुंचाने के लिए इसके ऐप का इस्तेमाल करना ‘‘घृणित एवं अस्वीकार्य’’ है। फेसबुक में सुरक्षा मामलों के वैश्विक प्रमुख एंटिगोने डेविस ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘‘…बच्चों के उत्पीड़न से संबंधित सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए हम नए टूल की घोषणा कर रहे हैं और हमने संबंधित चीजों का पता लगाने वाले तथा रिपोर्टिंग टूल में सुधार किए हैं।’’ फेसबुक ने कहा कि उसके मंच पर इस तरह की सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए वह नए टूल और नीतियों सहित समाधान विकसित कर रही है। डेविस ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘‘…हमने यह स्पष्ट करने के लिए अपनी बाल सुरक्षा नीतियों को अद्यतन किया है कि हम बच्चों के बारे में अनुचित सामग्री वाली तस्वीरों, हैशटैग या टिप्पणियों के प्रसार से जुड़े फेसबुक प्रोफाइल, पेज, समूहों और इंस्टाग्राम अकाउंटों को बंद कर देंगे।’’ फेसबुक में वैश्विक सुरक्षा नीति निदेशक करुणा नैन ने संवाददाताओं से कहा कि कंपनी अपने मंच पर बाल उत्पीड़न से जुड़ी सामग्री को ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति रखती है।