नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली पुलिस की साइबर अपराध शाखा वरिष्ठ टीवी पत्रकार निधि राजदान से मिली एक शिकायत की जांच करेगी, जिन्होंने कहा है कि वह फिशिंग स्कैम का शिकार हुई हैं जिसमें उन्हें हार्वर्ड विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर के पद की फर्जी पेशकश की गई। निधि राजदान ने सोमवार को दिल्ली पुलिस में धोखाधड़ी, ठगी, पहचान का फर्जीवाड़ा और अज्ञात आरोपी द्वारा पहचान छिपाने सहित संज्ञेय अपराध की शिकायत दर्ज कराई। इससे पहले उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुलिस में इसी तरह की शिकायत 16 जनवरी को दर्ज कराई थी जब वह श्रीनगर में थीं। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दक्षिण पूर्वी दिल्ली में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर जांच की जाएगी। कथित स्कैम में शामिल लोगों के साथ ई-मेल पर हुए संवाद और मामले से जुड़े अन्य दस्तावेज भी शिकायत के साथ लगाए गए हैं। उनके वकील श्री सिंह ने कहा कि राजदान को दिसंबर 2019 में एक ई-मेल प्राप्त हुआ जिसमें उन्हें कथित तौर पर हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विषय पढ़ाने के लिए एसोसिएट प्रोफेसर पद की पेशकश की गई। इसके बाद पिछले वर्ष जून में उन्होंने एनडीटीवी के कार्यकारी संपादक पद से इस्तीफा दे दिया। सिंह ने कहा कि पिछले हफ्ते उन्हें पता चला कि एक वर्ष की अवधि में भेजे गए सिलसिलेवार ई-मेल और फर्जी दस्तावेज एक बड़े स्कैम का हिस्सा थे ताकि धोखाधड़ी कर उन्हें हानि पहुंचाई जा सके। निधि राजदान ने साइबर अपराध प्रकोष्ठ से अपील की है कि आरोपी का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जाए और इस सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की जाए। वकील के मुताबिक, उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से भी कहा है कि अपराध की जांच के लिए एफबीआई या अन्य संबंधित प्राधिकार के समक्ष शिकायत दर्ज कराएं।