गाजियाबाद, नगर संवाददाता: कृषि कानूनों के विरोध में 28 नवंबर से यूपी गेट पर चल रहे किसान आंदोलन के कारण दिल्ली सीमाएं जाम से जूझ रही हैं। सोमवार को भी आंदोलन व शाम को हुई बारिश के कारण सीमाओं समेत अंदरूनी मार्गों पर जाम की स्थिति रही। हालांकि रविवार रात को ज्ञानी बॉर्डर से किसानों के हटने के बाद सोमवार को लोगों को कुछ राहत मिली। सोमवार को दिल्ली की सीमाओं को जोड़ने वाली सड़कें जाम रहीं। इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के किसानों का 28 नवंबर से यूपी गेट पर राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे और सर्विस रोड की दिल्ली जाने वाली लेनों पर कब्जा है। वाहन चालक यहां से दिल्ली नहीं जा पा रहे हैं। लोग दिल्ली जाने के लिए वजीराबाद रोड व जीटी रोड का इस्तेमाल कर रहे हैं। सोमवार को भी वाहनों के दबाव के कारण दिल्ली की सीमाओं को जोड़ने वाली सड़कें जाम रहीं। लोगों ने वैकल्पिक मार्गों को इस्तेमाल किया। इस कारण साहिबाबाद की अंदरूनी सड़कों व वैकल्पिक मार्गों पर भी जाम की स्थिति बन गई। इसके चलते लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी।
बारिश की वजह से सड़कों पर जगह-जगह जलभराव हो गया। इससे भी जाम लगा। पानी निकलने के बाद जाम की समस्या कम हुई। वहीं, वैशाली पुलिया की ओर से रोडवेज की बसें गुजरीं। इससे वैशाली सेक्टर-चार व पांच की मुख्य सड़क पर जाम लगा। जाम में फंसने की वजह से वाहन चालकों के समय व ईंधन की बर्बादी हुई। इससे हादसे का भी खतरा बना रहा। यातायात पुलिस अधीक्षक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि किसान आंदोलन की वजह से रूट डायवर्जन किया गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ व दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की दिल्ली से आने वाली लेनों पर यातायात सामान्य रहा। दिल्ली से कौशांबी, वैशाली, इंदिरापुरम, नोएडा, हापुड़, मेरठ आदि जगहों पर जाने वाले वाहन चालकों को कोई दिक्कत नहीं हुई।