किसानों की मांग न मानी तो अवॉर्ड वापस करूंगा: विजेंदर सिंह

नई दिल्ली, नगर संवाददाता: ओलंपिक पदक विजेता और हरियाणा के बॉक्सर विजेंदर सिंह भी किसानों के आंदोलन में कूद पड़े हैं। विजेंदर रविवार को सिंघु बॉर्डर पहुंचे और प्रदर्शनकारी किसानों से बात की। मंच से ऐलान करते हुए कहा कि अगर कृषि कानून को वापस नहीं लिया गया तो वह राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड वापस कर देंगे।

अवार्ड वापसी की बात करने वाले विजेंदर पहले शख्स नहीं है। दरअसल, किसान आंदोलन के दौरान अवार्ड वापसी का सिलसिला चल पड़ा है। गुरुवार को एनडीए से अलग हो चुके शिरोमणि अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण पुरस्कार लौटा दिया। पार्टी के राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा ने भी इन कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म भूषण पुरस्कार लौटाने का ऐलान कर दिया है। विजेंदर पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट में चुनाव भी लड़ चुके हैं।

विजेंदर को वर्ष 2009 में राजीव गांधी खेल रत्न से नवाजा गया था। उन्होंने 2008 के बीजिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था। वे पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज थे। बीजिंग ओलिंपिक्स में पदक जीतने वाले वे दूसरे भारतीय एथलीट थे। ओलंपिक कांस्य पदक के साथ ही विजेंदर ने 2009 वर्ल्ड चैंपियनशिप और 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी ब्रॉन्ज जीता था। उन्होंने 2006 और 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल अपने नाम किए थे। जून 2015 में वो प्रोफेशनल बन गए और इस वजह से 2016 ओलिंपिक खेलों में हिस्सा नहीं ले पाए।

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