महाराष्‍ट्र में ‘सीएम’ पर तकरार, नाराज शिवसेना की भाजपा को धमकी, पहले अपने विधायक संभालो

मुंबई/नगर संवाददाता : महाराष्‍ट्र में श्मुख्यमंत्रीश् पद पर भाजपा और शिवसेना के बीच जारी तकरार खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। भाजपा और शिवसेना दोनों ही हर हाल में राज्य में अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। इस बीच शिवसेना ने परोक्ष रूप से भाजपा को अपने विधायक संभालने की भी धमकी दी है।

उन्होंने शिवसेना विधायकों को रिसोर्ट में शिफ्ट करने संबंधी खबरों पर कहा कि हमारे सभी विधायक पार्टी के प्रति प्रतिबद्ध है। जो लोग इस तरह की अफवाहें उड़ा रहे हैं उन्हें पहले अपने विधायकों की चिंता करना चाहिए। उन्होंने विश्‍वास जताया कि कांग्रेस और राकांपा के विधायक भी पाला नहीं बदलेगी।
सरकार गठन संबंधी कदमों पर संजय राउत ने कहा कि मोहन भागवत और उद्धव ठाकरे के बीच अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई। शिवसेना राज्य में अपना मुख्यमंत्री बनवाने के लिए राकांपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के संपर्क में हैं। हालांकि राकांपा ने इस मामले में अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

इससे पहले आज सुबह शिवसेना ने सामना के संपादकीय पेज पर बीजेपी पर निशाना साधा। इसमें लिखा गया है, ‘भाजपा जिस महायुति की बात कर रही है, उसमें शामिल कई दलों के एक भी विधायक नहीं हैं। बगैर विधायकों का महामंडल परसों राज्यपाल से मिला और सरकार गठन के बारे में चिंता व्यक्त की। यह चिंता राज्य की कमए अगली सरकार में अपनी क्या स्थिति होगी, इस पर ज्यादा थी।’
इसमें आगे यह भी कहा गया है कि यह सब मुख्यमंत्री या भाजपा नेताओं के आशीर्वाद से ही हो रहा है, ऐसा हमारा दावा नहीं है। पर यह तथाकथित वाल्मीकि मानो राज्य के स्थापना की जवाबदारी अपने ऊपर ही है, ऐसा हवाला देकर बंदरबांट कर रहे हैं। आखिर में शिवसेना ने कहा, ‘हम सिर्फ मुद्दे की बात कर रहे हैं और मुक्के की बात होगी तो उसका भी उत्तर हम देंगे।’

महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए अब केवल 2 दिन बचे हैं। बीजेपी और शिवसेना दोनों ने ही राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने का वक्त मांगा है। माना जा रहा है कि भाजपा आज सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।
इससे पहले कुछ खबरों में कहा गया था कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच गतिरोध का जल्द समाधान निकलने की उम्मीद है। यह भी दावा किया गया था कि निवर्तमान विधानसभा की अवधि 9 नवंबर को समाप्त हो रही है और इससे पहले नई सरकार का गठन हो सकता है।

उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हाल में हुए चुनाव में भाजपा 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, जबकि शिवसेना 56 सीटों पर विजयी रही।

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