नागपुर/नगर संवाददाता : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने महाराष्ट्र के नागपुर शहर में मंगलवार को विजयादशमी के मौके पर ‘शस्त्र पूजा’ की। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने का मोदी, शाह का कदम सराहनीय है।
भागवत ने शहर के रेशीमबाग मैदान में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की सीमाएं पहले से कहीं अधिक सुरक्षित हैं, तटीय सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत।
उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र कहीं बाहर से नहीं आया बल्कि यह व्यवस्था सदियों से यहां है। दुनिया यह जानने के लिए उत्सुक थी कि क्या इतने बड़े देश में 2019 के चुनाव सुचारू रूप से संचालित होंगे।
उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं से संघ का कोई लेना-देना नहीं है। ऐसी घटनाओं को रोकना हर किसी की जिम्मेदारी है। कानून व्यवस्था की सीमा का उल्लंघन कर हिंसा की प्रवृत्ति समाज में परस्पर संबंधों को नष्ट कर अपना प्रताप दिखाती है। यह प्रवृत्ति हमारे देश की परंपरा नहीं है, न ही हमारे संविधान में यह है। कितना भी मतभेद हो, कानून और संविधान की मर्यादा में रहें। न्याय व्यवस्था में चलना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि दशहरे का त्योहार सरसंघचालकों के लिए काफी मायने रखता है क्योंकि इसी दिन 1925 में संघ की स्थापना हुई थी।