मुंबई/नगर संवाददाता : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को जारी क्रेडिट पॉलिसी में रेपो दर कम करने का ऐलान कर दिया। शीर्ष बैंक ने लगातार पांचवीं बार रेपो दर घटाने का फैसला किया है। बैंक के इस फैसले से होम लोन, कार लोन समेत सभी लोन सस्ते मिलेंगे। साथ ही इन पर आने वाले ईएमआई भी कम होगी। इसे आरबीआई का दिवाली तोहफा माना जा रहा है।
आरबीआई ने मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है। आरबीआई अब बैंकों को 5.15 फीसदी पर कर्ज देगा। इस कटौती के बाद रेपो रेट 9 साल में सबसे कम हो गया है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति ने 3 दिन तक चली बैठक में यह फैसला किया। इसके साथ ही शीर्ष बैंक ने विकास दर अनुमान को भी 6.9 से घटाकर 6.1 कर दिया गया है।
क्या होती है रेपो दर: रेपो दर वह दर होती है जिस पर रिजर्व बैंक दूसरे वाणिज्यक बैंकों को उनकी फौरी जरूरतों के लिये नकदी उपलब्ध कराता है। इस नकदी की लागत कम होने से बैंकों को सस्ता धन उपलब्ध होता है जिसे वह आगे अपने ग्राहकों को उपलब्ध कराते हैं।
साल भर में 1.35 प्रतिशत की कटौती:
देश.दुनिया में लगातार कमजोर पड़ती आर्थिक वृद्धि की चिंता करते हुए रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कटौती पर जोर दे रहा है। इससे ग्राहकों को बैंकों से सस्ता कर्ज मिलेगा और आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी। रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की इस कटौती सहित इस साल रिजर्व बैंक रेपो दर में कुल मिलाकर 1.35 प्रतिशत की कटौती कर चुका है।
रुपया मजबूत: रिजर्व बैंक के देश की नीतिगत दरों के बारे में घोषणा से पहले शुक्रवार को मुद्रा बाजार में रुपये की मजबूत शुरुआत हुई। डॉलर के मुकाबले रुपया नौ पैसे की मजबूती के साथ 70.78 पर खुला।
मुद्रा कारोबारियों के मुताबिक निवेशकों को भरोसा है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दरों में और कटौती करेगा ताकि धीमी पड़ी अर्थव्यवस्था को रफ्तार दी जा सके। इसके चलते उनकी ओर से बाजार में लिवाली का रुख रहा।