नई दिल्ली/नगर संवाददाता : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा कंपनियों को दिए इकॉनॉमिक बूस्टर से शेयर बाजार में भारी उछाल देखा गया। देखते ही देखते सेंसेक्स 2000 अंक बढ़ गया वहीं निफ्टी में भी 473 अंकों की बढ़त देखी गई। जानिए क्यों उछला शेयर बाजार
. शेयरों की पुनर्खरीद की घोषणा 5 जुलाई से पहले करने वाली कंपनियों पर नहीं लगेगा कर।
. कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स में कमी के साथ ही कैपिटल गेन टैक्स पर सरचार्ज खत्म कर दिया है।
. प्रतिभूति लेन-देन कर की देनदारी वाली कंपनियों के शेयरों की बिक्री से हुए पूंजीगत लाभ पर बजट में प्रस्तावित अतिरिक्त अधिशेष नहीं होगा लागू।
. एफपीआई के पास मौजूद डेरिवेटिव समेत किसी भी प्रतिभूति की बिक्री से होने वाले पूंजीगत लाभ पर धनाढ्य उपकर नहीं लगेगा।
. अर्थव्यवस्था को मजबूती देने की वित्तमंत्री की घोषणा से रुपया 66 पैसे उछलकर 70.68 रुपया प्रति डॉलर पर पहुंचा।
. नई विनिर्माण कंपनियों के लिए सभी अधिशेषों और उपकर समेत प्रभावी दर 17.01 प्रतिशत होगी। इसके अलावा उन्हें कोई कर नहीं देना होगा।
. एक अक्टूबर के बाद बनी नई घरेलू विनिर्माण कंपनियां बिना किसी प्रोत्साहन के 15 प्रतिशत की दर से इनकम टैक्स भुगतान कर सकती हैं।
. जो कंपनियां 22 प्रतिशत की दर से आयकर भुगतान करने का विकल्प चुन रही हैं, उन्हें न्यूनतम वैकल्पिक कर का भुगतान करने की जरूरत नहीं होगी। अधिशेषों और उपकर समेत प्रभावी दर 25.17 प्रतिशत होगी।
. वित्तमंत्री द्वारा कंपनियों के लिए की गई राहत की घोषणा से निवेशकों का भारतीय कंपनियों में विश्वास लौट आया और बाजार की बल्ले बल्ले हो गई।
. शेयर बाजार में पिछले 10 साल के भीतर यह एक दिन में सबसे ज्यादा तेजी है।