लखनऊ/नगर संवाददाता : उत्तर प्रदेश के लखनऊ में डॉक्टर लोहिया सभागार में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य सरकार के ढाई वर्ष तथा केन्द्र सरकार के 5 साल और 100 दिन के रिपोर्ट कार्ड में परिणाम शून्य के अतिरिक्त कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार लोगों के लिए खुशहाली और जीवन में बदलाव लाने के लिए होती है लेकिन भाजपा सरकार तो दूसरों को दुःख और परेशानी बांट रही है। भाजपा में सपना दिखाने की बड़ी ताकत है। भाजपा नेता बड़ी.बड़ी बातें करते हैं। जमीनी वास्तविकता से उनका कोई लेना देना नहीं है।
देश की अर्थव्यवस्था गर्त में जा रही है। विकास दर में गिरावट है लेकिन प्रधानमंत्री जी 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का राग अलाप रहे हैं। भारत प्रगति में बहुत पीछे चला गया है। भाजपा समाज को बांटकर राजनीति करना चाहती है। अखिलेश यादव ने कहा विकास और प्रगति के लिए आवश्यक है कि कानून व्यवस्था ठीक हो पर यहां तो कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज ही नहीं रह गई है।
आए दिन हत्या, लूट, अपहरण के काण्ड हो रहे हैं। महिलाएं अपमानित हो रही है। बच्चियों तक से दुष्कर्म की खबरें आ रही हैं। किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है। समाजवादी सरकार ने जो सुविधाएं दी थीं, भाजपा ने उन्हें रोक दिया।
एक्सप्रेस-वे समाजवादियों ने जनता की सुविधा के लिए बनवाया था, इसी ने मेट्रो भी चलवाई। भाजपा राज में दूध का उत्पादन घटा है। समाजवादी सरकार ने यूपी डायल 100 नंम्बर की व्यवस्था लागू की थी। समाजवादी पेंशन योजना से 55 लाख गरीब महिलाओं को छह हजार रुपए का लाभ मिल रहा था, उसे बंद कर दिया गया।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा अपनी नाकामी छुपाने को नए.नए मामले उठा देती है। प्रशासन का रवैया भी ठीक नहीं। सरकार इसमें शामिल है। कांग्रेस और भाजपा भी एक हैं। लोकतंत्र पर भाजपा का भरोसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोकभवन से अन्याय नहीं होना चाहिए। वहां जनता के साथ न्याय और विकास पर चर्चा होनी चाहिए। लोकतंत्र में शासन बदलता रहता है इसलिए भाजपा को रामपुर में झूठे केस लगाने तथा जौहर विश्वविद्यालय एवं मोहम्मद आजम खां के खिलाफ बदले की भावना से काम नहीं करना चाहिए।