चंडीगढ़/नगर संवाददाता : चंडीगढ़। हरियाणा में कांग्रेस व बसपा के एकसाथ चुनाव लड़े जाने की संभावना है। इस सिलसिले में दोनों दलों के बीच बातचीत जारी है। इसी को लेकर नवनियुक्त अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने मायावती से बातचीत की है। भूपिंदर सिंह हुड्डा ने भी मायावती से मुलाकात की थी।
खबर है कि हरियाणा चुनाव में कांग्रेस और बसपा साथ चुनाव लड़कर भाजपा को चुनौती देने की तैयारी में हैं और दोनों दलों ने इस बारे में चर्चा भी शुरू कर दी है। नवनियुक्त अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने बसपा प्रमुख मायावती से इस सिलसिले में मुलाकात की। इसके साथ ही मायावती से कांग्रेस प्रचार समिति के प्रमुख भूपिंदर सिंह हुड्डा भी मिले हैं।
हरियाणा में बसपा का दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से गठबंधन था। लेकिन कुछ ही दिन पहले मायावती ने अपना गठबंधन जेजेपी से खत्म कर 6 सितंबर को ट्विटर पर इसका ऐलान किया था।
मायावती ने आम चुनाव से पहले ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी आईएनएलडी से गठबंधन किया था लेकिन इससे पहले ही उन्होंने उनकी पार्टी से गठबंधन तोड़कर भाजपा से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले राजकुमार सैनी से हाथ मिला लिया। पर चुनावी सफलता नहीं मिलने पर यह गठबंधन भी लंबा नहीं चल सका।
कांग्रेस ने अशोक तंवर की जगह कुमारी शैलजा को प्रदेश की कमान सौंपकर दलित वोट साधने की जुगत बैठाई है। बाबा राम रहीम के खिलाफ खट्टर सरकार के फैसले को लेकर कांग्रेस की कोशिश है कि वह मायावती को अपने साथ ले ले और दलित वोट बैंक को साध ले।