दिल्ली/नगर संवाददाता : नई दिल्ली। तिहाड़ जेल में लकड़ी के तख्ते पर करवटें बदलते हुए बिताई गई रात के बाद पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शुक्रवार को अपने दिन की शुरुआत जेल परिसर में टहलने के साथ की, इसके बाद उन्होंने कुछ किताब पढ़ी और बेटे कार्ति के साथ मुलाकात की। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता को बृहस्पतिवार की शाम तिहाड़ जेल में लाया गया था और वह रात को ज्यादा सो नहीं सके। उन्होंने बताया कि उन्होंने धार्मिक ग्रंथ और समाचार पत्र पढ़ कर अपनी सुबह बिताई। इससे पहले उन्होंने अपने सुबह की शुरुआत जेल परिसर में टहलने तथा सुबह छह बजे दलिया खाकर और चाय पीने के साथ की।
इसके बाद दिन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता के बेटे ने उनसे मुलाकात की। उनके अधिवक्ता के भी उनसे मिलने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ राजनेता ने सोने के लिए चारपाई की मांग की लेकिन जेल डाक्टर की जांच के बाद अगर उन्हें जरूरी लगेगा तो यह दी जाएगी। पूर्व मंत्री जेल नंबर सात में बंद हैं। यहां सामान्य तौर पर उन लोगों को रखा जाता है जो प्रवर्तन निदेशालय के मामलों में आरोपी होते हैं।
कांग्रेस की अगुवाई वाली संप्रग सरकारों के दौरान वित्त एवं गृह मंत्री रह चुके वरिष्ठ राजनेता को आईएनएक्स मीडिया भ्रष्टाचार मामले में यहां की एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। चिदंबरम 16 सितंबर को 74 साल के हो जाएंगे और अगर इससे पहले उन्हें जमानत नहीं मिलती है तो उन्हें अपना जन्मदिन जेल में ही बिताना होगा।
कारागार अधिकारी ने बताया कि अदालत के आदेशानुसार उन्हें अलग प्रकोष्ठ और पश्चिमी शैली के शौचालय की सुविधा दी गई है। इसके अलावा उन्हें कोई विशेष सुविधा नहीं दी गई है। अन्य कैदियों की तरह कांग्रेस नेता कारागार के पुस्तकालय तक जा सकते हैं और एक खास समय तक वह टीवी देख सकते हैं।
चिदंबरम को उनका विशेष प्रकोष्ठ दिए जाने से पहले उन्होंने अनिवार्य मेडिकल परीक्षण करवाया। पिछले साल इसी मामले में, चिदंबरम का बेटा कार्ति इसी प्रकोष्ठ में 12 दिनों तक बंद था।
अधिकारी ने बताया कि चिदंबरम के जेल प्रकोष्ठ को पहले ही तैयार कर दिया गया था क्योंकि जेल अधिकारियों को आभास था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के खिलाफ चल रहे अदालती मामलों के मद्देनजर उन्हें यहां लाया जा सकता है।
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री चिदंबरम को राउज एवेन्यू में एक विशेष सीबीआई अदालत से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बृहस्पतिवार को एशिया की सबसे बड़ी जेल में लाया गया। इस यात्रा में 35 मिनट लगे थे।
अदालत ने उन्हें जेल में अपने साथ चश्मा, दवाएं ले जाने की अनुमति दी और निर्देश दिया कि उन्हें तिहाड़ जेल में अलग कोठरी में रखा जाए क्योंकि उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी को भी इसी जेल में बंद किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय अगस्ता वेस्टलैंड और एक बैंक धोखाधड़ी के मामले में उनकी जांच कर रहा है।