नई दिल्ली/नगर संवाददाताः राजौरी गार्डन विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव व नगर निगम चुनाव में मिली शिकस्त से परेशान आम आदमी पार्टी अब बवाना विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव को लेकर पूरी तरह से सक्रिय है। अन्य विधानसभा क्षेत्रों के विधायक तो इस क्षेत्र में सक्रिय हैं ही, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं। इसमें उन्हें सफलता भी मिल रही है। ऐसी ही एक कार्यकर्ता मनीषा अशोक नैन के जटखोड़ गांव भी केजरीवाल पहुंचे। उनके साथ रिठाला के विधायक महेंद्र गोयल भी थे। केजरीवाल ने मनीषा को बताया कि बवाना के निवर्तमान विधायक वेदप्रकाश की वजह से ही उनका टिकट काटना पड़ा था। उस समय पीएसी ने फैसला किया था कि विधायकों की सिफारिश पर नगर निगम चुनाव के लिए टिकटों का वितरण होगा। वेदप्रकाश ने उस वक्त धमकी वाले अंदाज में कहा था कि मनीषा अशोक नैन व अंजू अमन कुमार को टिकट दिया गया तो वे खुद तो इस्तीफा देंगे ही, पार्टी के 12 विधायक भी इस्तीफा दे देंगे। उस समय पार्टी ने पीएसी के निर्णय के मुताबिक विधायक की बात मानी, लेकिन यह मालूम नहीं था कि खुद को जनता का सेवक और आम आदमी कहने वाले विधायक भाजपा के हाथों में खेल रहे थे और जनता के साथ विश्वासघात करेंगे। केजरीवाल के कार्यकर्ताओ के समक्ष हकीकत बयां करने के बाद मनीषा अशोक नैन सहित उन तमाम कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी में फिर से शामिल होने का फैसला किया, जिन्होंने नगर निगम चुनाव के दौरान टिकट वितरण को लेकर नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। मनीषा अशोक नैन ने नांगल ठाकरान वार्ड से टिकट के लिए अपनी दावेदारी जताई थी। मनीषा का कहना है कि यह पहला अवसर है जब कोई मुख्यमंत्री एक कार्यकर्ता के घर जा रहा है, यही उनके लिए बहुत बड़ा सम्मान है इसलिए उन्होंने अब घर वापसी का फैसला कर लिया है।