पुणे/नगर संवाददाता : महाराष्ट्र के पुणे जिले के विभिन्न क्षेत्रों में मूसलधार बारिश से अलग.अलग हादसों में 19 लोगों की मौत की खबर है। बुधवार से हो रही मूसलधार बारिश से कई जगहों पर पेड़ और पोल गिरे गए। जल स्तर बढ़ने की वजह से मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
लगातार जारी बारिश के कारण बुधवार रात को कटराज कनाल गिरने से 6 लोगों की जान चली गई थी। हालात को देखते हुए एनडीआरएफ की तीन टीमें राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं। भीषण हालात को देखते हुए गुरुवार को स्कूल कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई थी।
लगातार हो रही बारिश से शहर के बीचोंबीच बहने वाले नाले ने भयंकर रूप ले लिया। नाले में 5 लोगों के बहने की खबर है। 3 शवों को बरामद कर लिया गया। खबरों के मुताबिक बारिश से मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। पिछले कई दिनों से पुणे में मॉनसून सक्रिय है। इस कारण पिछले दिनों वहां लगातार भारी बारिश हो रही है।
पेड़ गिरने से गाड़िया क्षतिग्रस्त: कई स्थानों पर पेड़ और पोल गिरने से गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। लेक टाउन से बीबवेवाड़ी जाने वाला पुल भी टूट गया।
हालात को देखते देखते हुए पुणे के जिला कलेक्टर नवल किशोर राम ने पुणे शहर, पुरंदर, बारामती, भोर और हवेली तहसील में स्कूल.कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी थी। कटराज, बारामती और कॉर्पोरेशन ऑफिस में एनडीआरएफ की एक.एक टीम भेजी गई है।
नजारे बांध से छोड़ा गया पानी: सासवाड़ में भारी बारिश के कारण नजारे बांध से 85000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जानकारी के मुताबिक खड़गवासला बांध से सुबह और पानी छोड़े जाने का फैसला किया गया है।
बारामती जिले में बाढ़ की आशंका के चलते अलर्ट घोषित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बारामसी में करीब 15 हजार लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर जताया दुःख: बारिश के कारण गंभीर हालातों परमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर दुख जताया है। फडणवीस ने कहा कि ‘पुणे और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के कारण गईं जानों के बारे में जानकर बेहद दुख हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवारों के साथ मेरी गहरी संवेदना है। हम हर संभव सहायता दे रहे हैं। राज्य आपदा प्रबंधन अधिकारी और कंट्रोल रूम लगातार पुणे कलेक्टर और पीएमसी के संपर्क में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बांध से छोड़े जा रहे पानी पर भी नजर रख रही है।
सोसायटियों में जल जमाव: एनडीआरएफ की टीम ने बुधवार रात को पद्मावती की गुरुराज सोसायटी से 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। सिंहगड़ के अमृता नगर में घरों मेंए कटराज की गणेश ग्रेसलैंड सोसायटी में पानी घुस गया। सड़कों पर भारी कीचड़ जमा होने के कारण ट्रैफिक में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वाकड़ इलाके में बारिश का ज्यादा असर नहीं: पुणे के वाकड़ और हिंजवाड़ी इलाके में बारिश ने कहर नहीं बरपाया है। 2 दिन पहले जरूर इन इलाकों में जोरदार बारिश हुई थी लेकिन गुरुवार को यहां रुक-रुककर बारिश होती रही। अलबत्ता पुराने पुणे और कुछ अन्य इलाकों में भारी बारिश से जनजीवन चरमरा गया है।
वाकड़ में रहने वालीं आईटी प्रोफेशनल दिशा खन्ना ने वेबदुनिया को फोन पर बताया कि बारिश से कहीं ज्यादा यहां परेशानी ट्रैफिक जाम की होती है। 15 मिनट की बारिश में चारों तरफ से ट्रैफिक गुथमगुत्था हो जाता है। रात 11 बजे का पुणे से यह अपडेट है कि यहां बारिश रुकी हुई है।