केबीसी 11 में पहले ‘करोड़पति’ बने सनोज राज, नहीं दिया 7 करोड़ के प्रश्न का जवाब

मुंबई/नगर संवाददाता : ‘कौन बनेगा करोड़पति, के 11वें सीजन में आखिरकार शुक्रवार को पहला ‘करोड़पति’ मिल ही गया। इस सीजन में केवल 2 कंटेस्टेंट 1 करोड़ के सवाल तक पहुंचे थे लेकिन आज शुक्रवार को बिहार के जहानाबाद जिले के ढोंगरा गांव में रहने वाले सनोज राज ने केबीसी में 15वें प्रश्न का सही जवाब (अंतिम लाइफलाइन) के जरिए देकर 1 करोड़ रुपए जीत लिए। अमिताभ बच्चन ने डिजिटली ट्रांसफर से उनके खाते में जीती हुई राशि भेज दी।

1 करोड़ रुपए जीतने का सपना भी नहीं देखा था: ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में सनोज राज ने 1 करोड़ रुपए जीतने के बाद कहा कि मैंने सपने भी नहीं सोचा था कि मैं 1 करोड़ तक पहुंच जाऊंगा। मैंने तो ज्यादा से ज्यादा साढ़े 12 लाख या फिर 25 लाख तक पहुंचने की उम्मीद की थी और यहां तक पहुंचने के बारे में जरा भी खयाल नहीं आया था।
7 करोड़ के प्रश्न पर सनोज ने क्विट किया: अमिताभ बच्चन ने सनोज से 7 करोड़ रुपए के लिए 16वां प्रश्न पूछा। यह प्रश्न था. ‘ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन ने किस भारतीय गेंदबाज की बॉलिंग पर 1 रन लेकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट का अपना 100वां शतक पूरा किया था।’
कंटेस्टेंट सनोज को उक्त प्रश्न का सही उत्तर नहीं मालूम था, लिहाजा उन्होंने क्विट (खेल को यहीं समाप्त) कर दिया। इस तरह वे 1 करोड़ रुपए की राशि से संतुष्ट हुए। यदि वे गलत जवाब देते तो सीधे नीचे 3 लाख 20 हजार पर पहुंच जाते, लेकिन उन्होंने लालच नहीं किया। इस प्रश्न का सही उत्तर था. गोगुमल किशन चंद। गोगुमल बड़ौदा महाराज के यहां काम करते थे और 1947 में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा थे।

1 करोड़ के लिए यह था प्रश्न: अमिताभ बच्चन ने केबीसी में जो 1 करोड़ रुपए के लिए 15वां प्रश्न पूछा था, वह यह था. ‘भारत के किस मुख्य न्यायाधीश के पिता भारत के एक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। सनोज ने लाइफ लाइन का उपयोग करके सही जवाब दिया. जस्टिस रंजन गोगोई।
50 लाख रुपए के लिए यह था प्रश्न: सनोज के सामने अमिताभ बच्चन ने 50 लाख रुपए जीतने के लिए यह प्रश्न रखा. ‘1924 में क्वांटम भौतिकी पर सत्येन्द्र नाथ बोस के लेख का जर्मन में अनुवाद किसने किया था।’ सनोज का सही जवाब था. अल्बर्ट आइंस्टीन।
सनोज के पिता भावुक हुए: सनोज के पिता भी इस एपिसोड में दर्शक दीर्घा में मौजूद थे। जैसे ही सनोज ने 1 करोड़ रुपए की धनराशि जीती, उनकी आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने बताया कि मनोज को पढ़ाई करने और आगे बढ़ाने में उन्होंने कई व्यवसाय किए, जो घाटा होने के कारण बंद करने पड़े।
वर्धमान विश्वविद्यालय से बीटेक किया: सनोज राज ने वर्धमान विश्वविद्यालय से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक किया। उनकी स्कूली शिक्षा मानस इंटरनेशनल स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने जहानाबाद के एसएस कॉलेज से इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की। आईएएस बनने की तैयारी में उन्होंने टीसीएस की नौकरी भी छोड़ दी। बीते 2 सालों से वे पैरामिलिट्री में सहायक कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं लेकिन उनका अंतिम लक्ष्य आईएएस ही है।

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